मोदी सरकार के किसान बिल पर किसानों ने आज भारत बंद बुलाया है। सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक तक किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर बिल को किसानों के फायदेमंद बताया। भारतीय जनसंघ के जनक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पीएम मोदी ने किसानों को समझाने की कोशिश की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के अनेक दशकों तक किसान और श्रमिक के नाम पर खूब नारे लगे, बड़े-बड़े घोषणापत्र लिखे गए, लेकिन समय की कसौटी ने सिद्ध कर दिया है कि वो सारी बातें कितनी खोखली थी। देश इन बातों को भली-भांति जानता है। किसान और श्रमिक के नाम पर देश में, राज्यों में अनेकों बार सरकारें बनीं लेकिन उन्हें मिला क्या?
पीएम मोदी ने कहा ”किसानों को ऐसे कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसके कारण वो अपनी ही उपज को, अपने मन मुताबिक बेच भी नहीं सकता था। नतीजा ये हुआ कि उपज बढ़ने के बावजूद किसानों की आमदनी उतनी नहीं बढ़ी। हां, उन पर कर्ज जरूर बढ़ता गया।” उन्होंने कहा ”किसानों से जिन्होंने हमेशा झूठ बोला है वो लोग इन दिनों अपने राजनीतिक स्वार्थ की वजह से किसानों के कंधे पर बंदूक फोड़ रहे हैं। किसानों को भ्रमित करने में लगे हैं, ये लोग अफवाहें फैला रहे हैं।”
पीएम ने कहा ”नए श्रम सुधार हमारे श्रम बल के जीवन को बदल देंगे। अब तक, देश भर में केवल 30% श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी गारंटी योजना के तहत कवर किया गया था। अब, यह असंगठित क्षेत्र के सभी उद्योगों के श्रमिकों तक विस्तृत होगा।