कोरोना संकट और लाकडाउन के कारण भारत के अलग-अलग हिस्सों में काफी संख्या में मजदूर,तीर्थयात्री और छात्र फंसे हैं। बुधवार को गृह मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी कर फंसे हुए लोगों को उनके राज्य वापस जाने की अनुमति दे दी है। गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन के अनुसार राज्यों को आपसी सहमती के बाद फंसे हुए लोगों को उनके राज्य वापस भेजा जा सकेगा।
GoI issues order to State/UTs to facilitate Inter-State mvmt of stranded people inc. #MigrantLabourers, in the country.
All persons to be medically screened at source & destination; & kept in home/institutional quarantine on arrival, as per @MoHFW_INDIA guidelines.#COVID19 pic.twitter.com/4zfztwB2NA— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) April 29, 2020
एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजे जा रहे लोगों की पहले जांच की जाएगी जिसके बाद सभी लोगों को बसों से वापस भेजा जाएगा। इस दौरान राज्य सरकारों को बसों में सोशल डिस्टेसेंसिग के नियम का पालन करवाने के साथ-साथ बसों को सेनेटाइज भी करना होगा। अपने गंतव्य तक पहुंचने के बाद सभी को क्वारंटाइन रहना होगा। गाइडलाइन के अनुसार वापस जा रहे सभी लोगों को आरोग्य सेतु एप भी डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
योगी सरकार पहले से ही अपने लोगों को वापस ला रही है
उत्तर प्रदेश राज्यों में फंसे पहले से ही लोगों को वापस ला रही है। हरियाणा में 11 हजार फंसे मजदूरों को वापस बुलाने के बाद मध्यप्रदेश से भी उत्तर प्रदेश के लोगों को निकाला जा रहा है।
लाकडाउन के बाद देश के विभिन्न राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में बड़ी संख्या में लोग रूके हुए हैं।