सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर

भारत में कोरोना वायरस की महामारी के कारण संपूर्ण लॉक डाउन का तीसरा चरण चल रहा है जहां एक तरफ वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो, तस्वीर को आए दिन गलत दावे के साथ वायरल कि जा रही है। जिससे समाज में उनको संप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।
ऐसे ही 30 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को वायरल किया गया जिसमें इस्लाम मजहब के लोग नमाज पढ़ते हुए नजर आए।

इस तस्वीर को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा था कि लॉक डाउन के बीच तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में 700 लोगों के एक समूह ने एक साथ नमाज पढ़ी जिसमें साफ जाहिर हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया गया है।
फैक्ट चैक
इस तस्वीर को जब alt news द्वारा फैक्ट चेक किया गया तो यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की है इस फोटो को alamy एजेंसी के अनुसार इसे 17 मई ,2018 को लिया गया था। इलाहाबाद में रमजान के महीने के दौरान नमाज अदा करते हुए यह तस्वीर ली गई थी।

स्रोत – alt news

तमिलनाडु के तिरुपथुर जिले कि पुलिस ने भी ट्वीट करके बताया कि सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं। ट्वीट में लिखा है इलाहाबाद में ली गई तस्वीर को गलत तरीके से सोशल मीडिया पर तिरूपथुर का बताया जा रहा है। गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

स्रोत – ट्वीट

तो इस तरह उत्तर प्रदेश की एक पुरानी तस्वीर को तमिलनाडु का बताया गया गलत दावे के साथ। ऐसे ही बहुत- सी वीडियो तस्वीरें गलत दावे के साथ वायरल की जा रही है।