शाम्भवी शुक्ला
गोरखपुर: रविवार को गोरखपुर के पिपराइच गांव मैं अपराधियों ने अपहरण के बाद हत्या को अंजाम दिया। एसआई द्वारा लापरवाही बरतने पर एसएसपी ने कार्यवाही करते हुए एसआई दिग्विजय सिंह सहित दो सिपाही प्रदीप सिंह एवं सुरेंद्र तिवारी को निलंबित किया है। बीते रविवार अपराधियों ने फिरौती के लिए आधे घंटे में तीन फोन किए। जिसमें पहले 1 करोड़ रुपए की मांग फिर 50 लाख और इसके बाद वे 20 लाख की मांग पर अड़े रहे। बच्चे के पिता महाजन गुप्ता पिपराइच गांव के मिश्रौलिया टोला में बहुत मुश्किल से अपना गुजारा करते हैं। इस पर 20लाख रुपए की मांग उनके सामर्थ से बाहर की रकम थी। उसी दिन रविवार की रात अपराधियों ने हत्या की सूचना घर वालों को दे दी।
बालक बलराम गुप्ता जिसकी उम्र 12 साल थी पांचवी का विद्यार्थी था। पिता का आरोप है की यह करतूत गांव के युवक की ही है।
इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश में राजनीति तेज है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। प्रियंका ने योगीराज को गुंडाराज बताते हुए कहां की लगता है सीएम साहब खबरें देखना छोड़ दिए हैं, वही पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार के साथ अपनी संवेदना जाहिर करते हुए भाजपा सरकार को निर्लज्ज और निष्क्रिय कहा। साथ ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी इस दंगल में उतर पड़ी। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही परिवार को 5लाख की आर्थिक मदद का ऐलान किया। सीएम साहब ने ऐसे कानून के तहत अपराधियों पर विचार करने के आदेश दिए। उन्होंने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए सुनवाई करने को कहा। अब देखना यह है योगी सरकार यूपी से अपराधियों को बाहर करने के नारे पर कितनी खरी उतरती है।