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“विवंडर फाउंडेशन”संस्था वाराणसी, उत्तर प्रदेश जो एक विशेष रूप से “गौरैया संरक्षण”, “बाल मजदूरी”, “महिला सशक्तिकरण” और “पौधारोपण” जैसे सामाजिक कार्य वाराणसी में विगत 3 वर्षों से कर रही है, वाराणसी ही नहीं बल्कि वाराणसी के आस- पास के जिलों ( चंदौली, मिर्ज़ापुर, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, सोनभद्र,) में भी संस्था सामाजिक कार्य करती है।
कोरोना की वैश्विक महामारी के कारण वाराणसी के सारे स्कूल और कॉलेज बंद है,जिसके वजह से गौरैया जागरूकता अभियान इस समय संभव नहीं हो पा रहा है,इस बात को ध्यान में रखते हुए संस्था ने एक पत्रिका बनाने का प्रयास किया जिसके माध्यम से वाराणसी के सभी स्कूल कॉलेज और बाकी 14 हजार से अधिक स्कूल ,कॉलेजों में इस पत्रिका के माध्यम से गौरैया जागरूकता अभियान करने के लिए प्रयास करेंगे।

 

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इस दौरान कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल जी ने बताया कि पक्षियां हमारे पर्यावरण को सुनहरा व सुशोभित बनाएं रखती हैं, और पक्षियों को जीवित रहने व उन्हें पर्यावरण में बनाएं रखने की जिम्मेदारी हम पृथ्वी के मानव जीव की होती है, परन्तु अब पर्यावरण दुसित होने के कारण पक्षीयां भी विलुप्त होती जा रही हैं, जिन्हें बचाने के लिए हम सभी को ज़िम्मेदारी लेनी होगी । संस्था “विवंडर फाउंडेशन” पक्षियों को पर्यावरण में यथावत बने रहने के उद्देश्य को लेकर कार्य कर रही है, पक्षियों को पर्यावरण में यथावत बने रहने के लिए संस्था अभी तक वाराणसी के आस पास के सभी जिलों में लोगों के बीच जाकर पक्षियों को पर्यावरण में बनाए रखने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है, संस्था द्वारा विद्यालय, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में जाकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, विगत तीन वर्षों में संस्था ने अभी तक 5400 से अधिक घोंसले वितरण किया है, 12000 से अधिक पौधारोपण किया है और उन पौधों को गोद लिया और उन पौधों की देख रेख संस्था कर रही है तथा वाराणसी व वाराणसी के आप पास के 6 जिलों के 123 शिक्षण संस्थानों में जाकर 87650 से ज्यादा छात्र/ छात्राओं को गौरैयां संरक्षण के प्रति संस्था द्वारा जागरुक किया गया है।
पत्रिका विवोचन के दौरान वीवंडर फाउंडेशन के अध्यक्ष गोपाल कुमार, कोषाध्यक्ष बागेश्वर मोदनवाल एवं बोर्ड मेंबर समीक्षा, अतिथि, समर्थ,सिद्धार्थ और भी बहुत से लोग मौजूद थे।