अभिनेत सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री पर मानों सवाल उठने लगे हैं। बहुत से अभिनेता-अभिनेत्रियां, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर सिनेमा से जुड़े अधिकतर लोग अपने साथ हुए अन्याय और इंडस्ट्री के कुछ छिपे गहरे राज़ और काले सच बता रहे हैं। फ़िल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म यानी की भाई-भतीजावाद का काल धब्बा शुरू से लगा हुआ है। और समय दर समय यह उभरता ही रहता है। सुशांत की आत्महत्या ने इस नेपोटिज़्म की डिबेट को एकबार फिर से जन्म दे दिया है। इंडस्ट्री से जुड़े ज्यादातर लोग अपने साथ किसी खास वर्ग, परिवार से ताल्लुक रखने वालों लोगों के द्वारा किये गए अन्याय की बात खुलकर रख रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहें हैं कि कैसे उन कुछ चुंनिदा लोगों की वजह से बहुत से कलाकारों का करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाता है।
जाने माने डायरेक्टर-प्रोड्यूसर अभिनव सिंह कश्यप ने भी अपने साथ हुए अन्याय और किस तरह से उन्हें पीछे किया गया इसका जिक्र अपने फेसबुक पोस्ट में किया। उन्होंने अभिनेता सलमान खान और उनके भाई अरबाज़ खान पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सरकार से सुशांत की आत्महत्या पर सरकार से इन्वेस्टिगेशन की अपील की है।
अभिनव सिंह कश्यप ने पोस्ट में लिखा कि, “मैं सरकार से दरख्वास्त करता हूँ की सुशांत की आत्महत्या पर एक डिटेल्ड इन्वेस्टिगेशन करें। सुशांत की आत्महत्या ने इंडस्ट्री की उस समस्या को सामने लाकर रख दिया है, जिससे हम कई लोग डील करते हैं। वैसे सच में ऐसी कौन सी वजह हो सकती है जो किसी को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दे? उनकी मौत से #metoo की तरह एक बड़े अभियान की शुरुआत बॉलीवुड में हो सकती”।
हमाम में सब नंगे हैं और जो नंगा नहीं है , उनको भी नंगा करो क्योंकि अगर एक भी पकड़ा गया तो सब पकड़े जाएंगे।
वह लिखते हैं कि “सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने टैलंट मैनजमेंट एजेंसी पर सवाल खड़े किए हैं। हो सकता है उन्हें आत्महत्या के लिए इसी ने प्रेरित किया हो। लेकिन यह जांच अधिकारियों को करनी है। यह लोग आपका करियर नहीं बनाते, बल्कि आपके करियर को बर्बाद करते हैं। एक दशक से मैं खुद भी यह सब बर्दाशत कर रहा हूं। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बॉलीवुड का हर टैलंट मैनजर और सभी टैलंट मैनेजमेंट एजेंसी सभी के लिए मौत का फंदा जैसी होती हैं। सबसे पहले तो मुंबई के बाहर से आए कलाकारों को इन टैलंट स्काउट (कास्टिंग डायरेक्टर) वगैरह का सामना करना पड़ता है, जो लोग अपने छोटे- मोटे कांटेक्ट के बदले में सीधे कमीशन मांगने लगते हैं। इन कलाकारों को बॉलीवुड पार्टियों में जाने का लालच दिया जाता है और फिर ऐसे ही किसी रेस्त्रां में लंच वगैरह के बहाने उन्हें स्टार्स से मिलवाया जाता है। इस चकाचौंध को दिखाकर उनका आसानी से पैसा कमाने का खेल शुरू हो जाता है। ये सभी दलाल की भूमिका निभाते हैं। इन पार्टियों में इन लोगों को सभी नजरअंदाज करते हैं और उनके साथ बुरा व्यवहार होता है जिससे ये कलाकार हतोत्साहित महसूस करें और उनका आत्मविश्वास एकदम खत्म हो जाए।”
वह आगे लिखते हैं कि “कुछ समय बाद यह कास्टिंग डायरेक्टर्स इन कलाकारों को कई सालों के कॉन्ट्रैक्ट की पेशकश देते हैं और फ़िल्म इंडस्ट्री के दरिंदों से बचाने का वादा करते या फिर छोटा-मोटा फ़ेवर देकर उन्हें साइन करने के लिए दबाव बनाते हैं। इस कॉन्ट्रैक्ट को तोड़ने का मतलब है भारी जुर्माना। पिछले कई वर्षों से ऐसा ही तो होता आ रहा है, किसी भी कलाकार को डिमोटिवेट किया जाता है। उन्हें तबतक पिंच किया जाता हूं जबतक वह आत्महत्या न कर ले या फिर प्रॉस्टिट्यूशन / एस्कॉर्ट सर्विस (मेल एस्कॉर्ट) का शिकार न हो जाए, जो अमीर और पावरफुल लोगों की जरूरतों को पूरा करता हो। हालांकि, ऐसा केवल बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि कॉर्पोरेट जगत और राजनीति में भी यही होता है”।
सलमान खान और अरबाज़ खान की दादागिरी:
अभिनव सिंह कश्यप ने पोस्ट में अपना अनुभव भी बताया। लगभग 10 साल पहले उन्होंने सलमान खान की फ़िल्म ‘दबंग’ को निर्देशित किया था। उन्होंने लिखा, “मेरा अनुभव भी कुछ ऐसा ही रहा है। मैंने भी शोषण और दादागीरी झेली है। मैने भी ‘दबंग’ के समय अरबाज़ खान की दादागिरी झेली है। ये दादागिरी ही 10 साल पहले ‘दबंग 2’ की मेकिंग से मेरे बाहर निकलने की वजह थी। अरबाज खान और सोहेल खान अपने परिवार के साथ मिलकर मेरे करियर पर कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने मुझे काफी डराया और धमकाया भी। मेरा दूसरा प्रोजेक्ट श्री अष्टविनायक फिल्म्स का था, अरबाज़ खान ने इसे भी खराब कर दिया था। यह कॉन्ट्रैक्ट मैंने उसके मालिक राज मेहता के कहने पर साइन किया था। उन्हें मेरे साथ काम करने पर धमकी दी गयी। उन्हें कहा गया कि उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। मैंने श्री अष्टविनायक फिल्म्स को पैसे वापस दे दिए और फिर मैं वायकॉम पिक्चर्स में चला गया। उन्होंने वहां भी ऐसा ही किया। इस बार नुकसान पहुंचाने वाले उनके भाई सोहेल खान थे और उन्होंने वहां के सीईओ विक्रम मल्होत्रा को धमकी दी। मेरा प्रॉजेक्ट खत्म हो चुका था और मैंने साइनिंग फीस 7 करोड़ रुपये, 90 लाख ब्याज के साथ लौटाए। इसके बाद मुझे बचाने के लिए रिलायंस एंटरटेन्मेंट सामने आया हमने साझेदारी में फिल्म ‘बेशरम’ पर काम किया”।
पूरे पोस्ट में उन्होंने सलमान खान के परिवार ने कैसे उनका करियर खत्म किया इसके बारे में पूरा बताया। उन्होंने इस पोस्ट के कुछ घंटो बाद उन्होंने एक और पोस्ट कर यह लिखा कि, “मैं कभी आत्महत्या नहीं करूंगा, लेकिन अगर इस पोस्ट के बाद मुझे कुछ होता है तो आपको पता है किसे ब्लेम करना है। इसे मेरे पुलिस स्टेटमेंट की तरह ही प्रयोग करें। चीयर्स!