ग्रेटा थनबर्ग जलवायु परिवर्तन पर एक साल तक काम करने के बाद स्कूल लौट आई हैं। अब उन्होंने भारत में होने वाली JEE, NEET परीक्षा को स्थगित करने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कोरोना संकट के बीच में परीक्षा देने के लिए बैठने को कहना अनुचित है।
स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कहा,” यह बहुत अनुचित है कि भारत के छात्रों को ऐसे में राष्ट्रीय परीक्षा में बैठक के लिए कहा जा रहा है जब कोविड-19 महामारी के साथ ही लाखों लोग बाढ़ से भी प्रभावित हैं। मैं ‘कोविड-19 में जेईई, नीट परीक्षा’’ स्थगित करने के समर्थन में हूं।’’
सत्रय वर्षीय थनबर्ग जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई के लिए एक अग्रणी आवाज हैं, जिससे दुनिया भर में लाखों छात्र इसको लेकर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए प्रेरित हुए। उन्हें 2019 के लिए टाइम’ पत्रिका का पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना गया है।