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शांभवी शुक्ला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप में एक बार फिर भारतीय स्वर बोलते नज़र आए।वाशिंगटन में प्रदर्शनकारियों पर आक्रामक तेवर अपनाते दिखे।इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी का भी जिक्र किया। साथ ही प्रदर्शनकारियों को ठगो की टोली बताया।

बीते 25 मई को मिनियपोलिस में श्वेत पुलिसकर्मी डेरेक चाउविन द्वारा 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लायड को हथकड़ी लगा जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक घुटनों से दबाए रखा। जिससे कि उसकी मौत हो गई। इस घटना से अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ शुरू हो गया।

उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन डीसी में मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा को भी प्रदर्शनकारियों ने नहीं छोड़ा।कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा को निशाना बनाया।

उन्होंने आगे कहा कि गांधी बस एक ही चीज चाहते थे, वह है शांति। हमारे पास शांति है और प्रतिमा गिरा दी गई। इससे पता चलता है कि हम उन्हें पसंद नहीं करते हैं। मुझे नहीं लगता कि अब उन्हें एहसास होगा कि वह क्या कर रहे हैं।

आक्रामक तेवर अपनाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंसक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ 10 साल की कैद का प्रावधान बताया। उनका कहना था कि प्रदर्शनकारियों ने अब्राहम लिंकन समेत दिग्गज नेताओं की प्रतिमा को भी शिकार बनाया है।