Pakistan Political Crises: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने सभी विरोधियों को ‘क्लीन बोल्ड’ कर दिया। रविवार को उन्होंने जहां एक तरफ विपक्ष पर निशाना साधा, वहीं लगे हाथ राष्ट्रपति अल्वी से संसद भंग करने की सिफारिश कर दी। जिसे रविवार की दोपहर राष्ट्रपति ने मांग भी लिया। जबकि विपक्ष इस पूरे प्रक्रिया को असंवैधानिक बता रहा है। विपक्ष की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है, जिसपर सोमवार को सुनवाई होगी। आइए जानते हैं पाकिस्तान में अबतक क्या कुछ हुआ है-
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— पाकिस्तान में लम्बे समय से मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं। यही वजह है कि पीएम इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार पर यह विपक्षी दल लगातार यह दबाव बना रहे थे कि उनकी पार्टी सत्ता छोड़कर हटे। लेकिन इमरान खान पद छोड़ने को तैयार नहीं थे। पहले सदन का सत्र नहीं बुलाया जा रहा था, और जब बुलाया गया तो पूरी कार्रवाई महज 7 मिनट में ही समाप्त कर दिया गया।
–रविवार को जब पाकिस्तान में सदन की कार्रवाई शुरू हुई तब विपक्ष को उम्मीद की अविश्वास प्रस्ताव पर वोट पड़ेगा। लेकिन हुआ इसके उल्टा। भारतीय समयानुसार दोपहर 1:50 मिनट पर पाकिस्तान की संसद में कार्रवाई शुरू हुई। सबसे पहले इमरान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने भाषण दिया। करीब 1:57 मिनट पर डिप्टी स्पीकर ने इस पूरे प्रक्रिया को विदेशी साजिश बता कर अविस्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया। और सदन को स्थगित कर दिया।
— विपक्षी दलों की तरफ से लगातार हंगामे होता रहा। विपक्षी सांसदों ने नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ को अपना प्रधानमंत्री चुन लिया। बता दें, विपक्षी दलों का दावा था कि उनके पास 198 सांसदों का समर्थन है।
— प्रधानमंत्री इमरान खान देश को सम्बोधित किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया को देश-विरोधी साजिश करार दिया। कहा कि ये सब विदेशी ताकतों के इशारे पर सबकुछ हो रहा है। साथ ही उन्होंने संसद को भंग करने कि सिफारिश भी किया। जिसपर राष्ट्रपति ने मोहर लगा दी।
— पाकिस्तान की सेना ने इस पूरे मसले से खुद को अलग कर लिया है। पाकिस्तानी सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यह एक राजनीतिक संकट है, सेना का इससे कोई लेना देना नहीं है।
— सोमवार को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में इस पूरे मसले की सुनवाई होगी। तब पता चलेगा कि पाकिस्तान का ‘कैप्टन’ कौन होगा।